Pseudo Heart - तेरी प्रतिमा 23-july-08
   
 
  Home
  Why can't they see
  Poems
  => अदाए तेरी 20-july-08
  => तेरी प्रतिमा 23-july-08
  => चले जा रहा हू 27-july-08
  => तुझे देख कर 2nd Aug 2008
  => हिम्म्त नंही है मुझ् मे 30th july 2008
  New Poems
  Contact
      

तेरी प्रतिमा

तेरी प्रतिमा को मै दिल मे बसाए रखता हू
मन मे छिपी तेरी छ्वी को सीने से लगाए रखता हू
तेरी खुश्बु को अपनी साँसो मे बसाए रखता हू
तेरी ह्स्ती खिल खिलाती झ्ल्क को नजरो मे सजाए रखता हू

तेरी अखँयो मे काजल बन कर रहना चाहता हू
तेरा हर एक आँसु बन कर बहना चहता हू
ए हसीन दुनियाँ को अब मे तेरे संग सहना चहता हू

अब और क्या कहु
मेरा हर शब्द तेरा है
यही मे तुझ से कहना चहाता हू
यही मे तुझ से कहना चहाता हू
                               --  सुनील हन्सु

This website was created for free with Own-Free-Website.com. Would you also like to have your own website?
Sign up for free